Monday, November 7, 2011

[Mahagunpuram] : NH24 widening update: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की डीपीआर तैयार

६५ किमी. लंबा एक्सप्रेस वे 8 से 16 लेन का होगा
८५० करोड़ रुपये होगी अनुमानित लागत, 2015 तक होगा तैयार

अमर उजाला ब्यूरो - 04 Nov 2011
गाजियाबाद। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे को मूर्त रूप देने की तैयारी कर ली है। एक्सप्रेस वे की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनकर तैयार है। एसएनसी-लावालिन फर्म द्वारा तैयार डीपीआर के मुताबिक दिल्ली से मेरठ तक एक्सप्रेस की लंबाई 65 किलोमीटर होगी। एक्सप्रेस वे के निर्माण में करीब 850 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। एक्सप्रेस वे की राह में आने वाली आबादी के लिए कई अंडरपास और ओवरब्रिज का निर्माण भी प्रस्तावित किया गया है। गाजियाबाद में एनएच-24 का यूपी गेट से डासना तक का हिस्सा (20.28 किमी.) एक्सप्रेस वे में शामिल है। यदि सब कुछ योजनानुसार हुआ तो 2015 तक एक्सप्रेस वे पर 120 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से वाहन दौड़ने लगेंगे।
डीपीआर के मुताबिक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे का मुख्य मार्ग 6 से 8 लेन चौड़ा होगा। इसके दोनों तरफ दो से तीन लेन की सर्विस रोड बनाई जाएगी। एक्सप्रेस वे पहले 28 किलोमीटर में एनएच-24 से जुड़कर शुरू होगा। इतनी लंबाई में एक्सप्रेस वे 16 लेन का होगा। इसमें एक्सप्रेस वे की आठ लेन, एनएच-24 की छह लेन और दो लेन की सर्विस रोड शामिल होगी। इसके बाद एक्सप्रेस वे छह लेन और सर्विस रोड दो लेन की हो जाएगी। एक्सप्रेस वे में सात इंटरचेंज (रिंग रोड, एनएच-91, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे, मोदी नगर-हापुड़ रोड, एनएच-235 और एनएच-58) बनेंगे। एक्सप्रेस वे की राह में आने वाली हिंडन नदी, हिंडन कट कैनाल, अपर गंगा कैनाल पर पुल बनाए जाएंगे। एक्सप्रेस वे के लिए करीब 700 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। एनएचआईए के मेरठ परिक्षेत्र के अधिकारी एके मिश्रा ने बताया कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे की डीपीआर तैयार हो गई है। प्रोजेक्ट पीपीपी मोड पर बीओटी के आधार पर बनाया जाएगा। एक्सप्रेस वे में जरूरत के लिहाज से अंडरपास, ब्रिज और अन्य जरूरी निर्माण कराए जाएंगे।

नहीं बनेगा बैक टू बैक यू-टर्न
गाजियाबाद। अर्थला पर प्रस्तावित बैक टू बैक यू-टर्न में पेंच फंस गया है। बैक टू बैक शैली में यू-टर्न बनाने के लिए जीडीए ने कमर कस ली थी। इस शैली में बनने वाले यू-टर्न के जरिये सड़क के दोनों ओर का ट्रैफिक एक ही जगह से लेन बदल सकता है। इस खास यू-टर्न के लिए करीब दस लेन सड़क के बराबर जगह की जरूरत थी। हिंडन पुल से मोहननगर की ओर जाने वाली सड़क पर तो जमीन उपलब्ध है लेकिन दूसरी तरफ भूमि नहीं मिल पा रही है। इन हालात में जीडीए ने गाजियाबाद से मोहननगर जाने वाली रोड पर हिंडन पुल से करीब 450 मीटर आगे एक ही लेन का यू-टर्न बनाने पर सहमति दे दी। जीडीए सीएटीपी जीएस गोयल ने बताया कि जमीन न मिल पाने के कारण पहले चरण में सड़क के एक ओर यू-टर्न बनाने पर सहमति बनी है। लोनी रोड, मोहननगर से आने वाले ट्रैफिक को सेल्स टैक्स चौराहे से मोड़ा जाएगा। अगले चरण में लोनी रोड चौराहे को विकसित किया जाएगा।

No comments: